गर्मियों
में ऋषिकेश से दिल्ली तक के थकाऊ सफ़र में खतौली, कई मायनों में, एक "
यादगार " पड़ाव साबित होता है ..लेकिन अबकी बार इस महिंद्रा जीप पर लिखे
वाक्य ....
" में बड़ा होकर बस बनूँगा "
ने इस थकाऊ सफ़र को हास्य मिश्रित
कौतुहल के रंग में रंग कर कुछ खुशनुमा अवश्य किया ..
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