Wednesday 30 March 2016

ब्रह्मा, विष्णु और महेश समागम भरत मंदिर वट वृक्ष : ऋषिकेश



ब्रह्मा, विष्णु और महेश समागम

भरत मंदिर वट वृक्ष  : ऋषिकेश

             आदि शंकराचार्य जी द्वारा 789 A.D में इस स्थान पर आज ही के दिन अर्थात बसंत पंचमी को, भगवान ऋषिकेश नारायण की मूर्ती के स्थापना के साथ ही देवभूमि के द्वार, ऋषिकेश शहर की नीव पड़ी.. इस मंदिर को अब भरत मंदिर के नाम से जाना जाता है. कलियुग में भरत जी के नाम से प्रसिद्ध, शालिग्राम से बनी ऋषिकेश नारायण जी की मूर्ती को भव्य शोभायात्रा के साथ, मायाकुंड स्नान के लिए ले जाया जाता है..
        मंदिर में खड़े इस वट वृक्ष की वास्तविक आयु की सही जानकारी नहीं लेकिन इसे 250 साल पुराना माना जाता है. इसकी विशेषता ये है कि इसमें पीपल और बेल वृक्षों की जड़ें आपस में इस ररह गुंथ गयी हैं कि तीनों एक ही वृक्ष, वट, रूप में दिखाई देते हैं अर्थात ब्रह्मा, विष्णु और महेश, एकात्म स्वरुप में दिखाई देते हैं !!


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