Wednesday 30 March 2016

भाई मतिदास संग्रहालय, चांदनी चौक



भाई मतिदास संग्रहालय, चांदनी चौक

              किसी विद्वान ने कहा है " जो समाज अपनी संस्कृति, गौरव व पूर्वजों की कुर्बानियां भूल जाता है वो समाज दासता को प्राप्त होता है."
                ये दृश्य भाई मतिदास चौक, जो कि चांदनी चौक, दिल्ली में है, पर स्थित भाई मतिदास संग्रहालय का है कभी यहाँ कूड़े का ढेर लगा रहता था . साथ में सेवादार भाई दर्शन सिंह जी हैं. भाई दर्शन सिंह जी से जिज्ञासु मन से कुछ जानना चाहा तो बातों का सिलसिला इस कदर आगे बढ़ा कि आक्रान्ताओं की आततायी प्रवृत्ति व सिख धर्म के सूरमाओं की वीरता और कुर्बानियों का लम्बा और गौरवपूर्ण इतिहास सुनाते हुए संग्रहालय की व्यवस्था देख रहे भाई दर्शन सिंह जी बहुत भावुक हो उठे और उनकी आँखे नम हो गयी. संग्रहालय में सिक्खों के गौरवमयी इतिहास को घटना क्रमानुसार सचित्र प्रदर्शित किया गया है..
              क्यों न हम ऐसे स्थानों पर जाकर अपने गौरवमयी अतीत से रूबरू हों ? यहाँ प्रदर्शित तस्वीरों से आप यातना की पराकाष्ठा और सिक्ख वीरों की वीरता की पराकाष्ठा को एक साथ अनुभव कर रोमांचित हो उठेंगे और आप स्वाभाविक रूप से सिक्ख वीरों के प्रति श्रृद्धा से नतमस्तक हो जाएंगे.. 

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