इधर जाऊं या उधर जाऊं !!
ऋषिकेश-चंबा मार्ग पर खाड़ी के समीप पत्थरों पर पैर रखकर नागणी गाड पार करते हुए कुछ ऐसी ही स्थिति बन गयी !!
जीवन में कई बार असमंजस में अनिर्णय की मन:स्थिति उत्पन्न हो जाती हैं, तब व्यक्ति का जीवट व विवेक ही उसका वास्तविक साथी सिद्ध होता है.
बेटी दीपिका ने इस मन:स्थिति को कैमरे में कैद कर लिया !! ये दिल्ली वापस आने पर ही पता लगा.
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