विकास की गंगा में
जितना ---
ईंट गारा बढ़ा है !
जल श्रोत हुए कुंद !
पानी ---
उतना ही घटा है !!
... विजय जयाड़ा
जितना ---
ईंट गारा बढ़ा है !
जल श्रोत हुए कुंद !
पानी ---
उतना ही घटा है !!
... विजय जयाड़ा
किंवाणी गाँव, नरेन्द्र नगर, टिहरी का ये जल श्रोत कभी जल से लबालब रहता था. जल कि विशिष्टता व शुद्धता के कारण, टिहरी महाराजा के राजमहल में इसी श्रोत से जल ले जाया जाता था .. लेकिन वर्तमान में .. अंजुली भर पानी लेने में वक्त लगता है !!!
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