मेरी यात्रा डायरी
Friday, 11 March 2016
निभाना भी धरम है ..
> निभाना भी धरम है <
जीवन में अगर गम हैं
तो खुशियाँ भी कम नहीं
पथ में अगर शूल हैं
फूलों की भी कमी नहीं ..
अंधेरों के बाद उजाले
जब उसका ही करम है !
विश्वास है भगवान् पर
तो निभाना भी धरम है ..
.
... विजय जयाड़ा
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