Monday, 27 August 2018

पंचकुंडा


एकदा...
गार्ड साहब के मिज़ाज में राजपूताना कड़क है !! राज घराने की समाधियों की तस्वीर लेने की मनाही का सख्ती से अनुपालन कर रहे हैं !! मगर उम्मीद है मुझको रियायत मिल ही जायेगी ...
घुमक्कड़ी के क्रम में कई बार ऐसे अवसर आते हैं जब इस तरह के अवरोध, निराशा उत्पन्न करते हैं... लेकिन में सहजता से हार नही मानता !
कविवर श्री सोहनलाल द्विवेदी जी ने कहा है ..
" लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती."
सम्मान, सम भाव, सब्र व शालीनता से ये बाधाएं भी पार हो जाती हैं..


No comments:

Post a Comment