Sunday, 10 April 2016

गुज़रे हुए ज़माने के



मेरे कैमरे की नज़र ... आपस में बतियाते इतिहास के दो काल खंडों के मूक गवाह ... लौह स्तम्भ व क़ुतुब मीनार, महरौली, दिल्ली।
गुज़रे हुए ज़माने के
निशां बहुत हैं यहाँ,
     तारीख़ ने सदा दी__
दो गवाह अब भी खड़े हैं यहाँ ..
.. विजय जयाड़ा

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