क्या लिखूँ !!
कसमसाती है कलम !
कुछ लिखूँ
मगर ____
लिखूँ ! मगर क्या लिखूँ !
दिन को दिन लिखूँ
दिन को रात लिखूँ !
सोचता हूँ क्या लिखूँ !!
बसंत को बसंत लिखूँ
पतझड़ लिखूँ ! या
पतझड़ को बसंत लिखूँ !!
कसमसाती है कलम !
कुछ लिखूँ !!
सच को सच या
सच को झूठ लिखूँ !
या _____
झूठ पर सच का
मुलम्मा चढ़ा कर लिखूँ !!
झूठ-सच___
सब मन-मस्तिष्क में
सोचता क्यों ! क्या लिखूँ !
कसमसाती है कलम !
कुछ लिखूँ ...
ना बड़बोलों की जय लिखूँ
ना अपनी ही मैं जय लिखूँ
अगर मैं कुछ लिखूँ___
हर धड़कन में बसने वाली
भारत मां तेरी जय लिखूँ___
भारत भूमि की जय लिखूँ ....
कुछ लिखूँ
मगर ____
लिखूँ ! मगर क्या लिखूँ !
दिन को दिन लिखूँ
दिन को रात लिखूँ !
सोचता हूँ क्या लिखूँ !!
बसंत को बसंत लिखूँ
पतझड़ लिखूँ ! या
पतझड़ को बसंत लिखूँ !!
कसमसाती है कलम !
कुछ लिखूँ !!
सच को सच या
सच को झूठ लिखूँ !
या _____
झूठ पर सच का
मुलम्मा चढ़ा कर लिखूँ !!
झूठ-सच___
सब मन-मस्तिष्क में
सोचता क्यों ! क्या लिखूँ !
कसमसाती है कलम !
कुछ लिखूँ ...
ना बड़बोलों की जय लिखूँ
ना अपनी ही मैं जय लिखूँ
अगर मैं कुछ लिखूँ___
हर धड़कन में बसने वाली
भारत मां तेरी जय लिखूँ___
भारत भूमि की जय लिखूँ ....
.. विजय जयाड़ा 20.02.16
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