मेरी यात्रा डायरी
Friday, 9 September 2016
झरना ( A Waterfall )
झरना
चलना नित
आगे बढ़ना
झर-झर
झरना कहता है
चलते जाना
जीवन है
रुक जाना
मौत समान है.
गति ही
चिर यौवन उसका
यौवन कब __
पीछे देखता है !!
गिरी शिखरों की
गोद से निकल
अब__
पत्थरों से भी टकराना है.
... विजय जयाड़ा
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