Friday, 8 January 2016

सहिष्णुता



सहिष्णुता

        लक्ष्मण झूला से कुछ आगे घट्टू गाड पर कुछ देर रुकने का मन हुआ तो दुकान पर मोती से भी मुलाकात हो गयी. जानकारी करने पर पता लगा कि ये दो भाई हैं एक कुछ दूर गाँव में रहता है और मोती को दुकान पर रहना अच्छा लगता है !!
       आज के दौर में जब मानव - मानव से भाई - भाई से दूरी बना रहा है, मोती ने अपना धर्म नहीं छोड़ा है !! रोज सुबह मुंह अँधेरे सबसे पहले अपने भाई से मिलने दूर गाँव में जाता है उसके बाद यहाँ आकर दुकान पर बैठ जाता है !!
        हम जानवरों में श्रेष्ठ कहलाने वाले मनुष्य सहिष्णुता व असहिष्णुता के पक्ष और विपक्ष में स्वसुविधानुसार तर्क और कुतर्क देते ही रहते हैं !! अगर संजीदगी से गौर किया जाय तो प्राय: दुत्कार का पात्र समझा जाने वाला जानवर कुत्ता, मोती, .....  श्रेष्ठ जानवर मानव को प्रत्यक्ष तौर पर सहिष्णुता से रहने का सार्थक सन्देश देता जान पड़ता है ..


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